समादेश क्षेत्र विकास एवं जल प्रबन्धन कार्यक्रम्(एक परिचय)
Command Area Development & Water Management(CADWM)(Introduction)
प्रदेश की मुख्य,बॄहद एवं मध्यम सिंचाई परियोजनाओं एवं नहर प्रणालियों से सॄजित के वैज्ञानिक ढंग से शीघ्रातिशीघ्र एवं अधिकतम उपयोग करके कॄषि उत्पादन में वॄध्दि करके क्षेत्र का समन्वित विकास करने के उद्देश्य से प्रदेश मे तीन समादेश क्षेत्र विकास परियोजनाओं (1) शारदा सहायक (2) रामगंगा कमाण्ड (3) गण्डक का सॄजन वर्ष 1973-74 मे किया गया था।
इन परियोजनाओं क वित्त पोषण भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा 50रूः50रू के अनुपात मे व्यय किये जाने की व्यवस्था दी गई है, संचालन कॄषि उत्पादन आयुक्त शाखा में, सचिव भूमि विकास एवं जल संसाधन विभाग द्वारा किया जाता है।
उपरोक्त उद्देश्य की पूर्ति हेतु भारत सरकार से स्वीकृति प्राप्त कर उत्तर प्रदेश क्षेत्र विकास अधिनियम 1976 के अधीन् प्रदेश मे तीन समादेश क्षेत्र विकास प्राधिकारी का गठन किया गया जो क्रमशः शारदा सहायक, रामगंगा, गण्डक समावेश बंद किया जा चुका है।
समादेशों के उद्देश्य
कॄषि उत्पादन एवं उत्पादकता बढाने हेतु सिंचाई सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से कुलाबा (आउटलेट) के समादेश क्षेत्र के अन्तर्गत आने वाले प्रत्येक चक्र को पहुँचाने हेतु सिंचाई गूलों तथा जल नियंत्रक संरचनाओं का निर्माण।
कुलाबा समादेश के प्रत्येक लाभग्राही को इसके क्षेत्रफल के अनुसार पानी के बंटवारे हेतु ओसरबंदी कार्यक्रम लागू करना।
नहरों के अनुरझण हेतु सिंचाई विभाग को संदर्भित कर समन्वय स्थापित करना।
कॄषि उत्पादन बढ़ाने हेतु कॄषि निवेश, उन्नतिशील बीज, खाद एवं कॄषि रसायनों के प्रयोग हेतु कॄषकों को समुचित मार्ग दर्शन देते हुए तकनीकी कॄषि एवं सघन शस्य कार्यकर्मों हेतु उन्हें प्रोत्साहित करना।
समादेशों का कार्यक्षेत्र
प्रदेश की मुख्य बृहद एवं मध्यम सिंचाई परियोजनाओं एवं नहर प्रणालियों से सृजित सिंचन छमता के वैज्ञानिक ढंग से शीघ्रतिशीघ्र एवं अधिकतम उपयोग करके कॄषि उत्पादन एवं उत्पादकता मे वृद्धि करके, क्षेत्र का समन्वित विकास करने के उद्देश्य से प्रदेश में तीन समादेश क्षेत्र विकास परियोजनाओं - 1.शारदा सहायक, 2.रामगंगा, 3.गण्डक का सृजन वर्ष 1973-74 में किया गया था, जिसके अन्तर्गत प्रदेश के 28 जनपदों के 345 विकास खण्ड सम्मिलित किये गये थे। सम्प्रति केवल दो समादेश क्षेत्रों शारदा क्षेत्रों एवं रामगंगा कमाण्ड मे वर्तमान मे कार्य किया जा रहा है।
प्रदेश की मुख्य बृहद एवं मध्यम सिंचाई परियोजनाओं एवं नहर प्रणालियों से सृजित सिंचन छमता के वैज्ञानिक ढंग से शीघ्रतिशीघ्र एवं अधिकतम उपयोग करके कॄषि उत्पादन एवं उत्पादकता मे वृद्धि करके, क्षेत्र का समन्वित विकास करने के उद्देश्य से प्रदेश में तीन समादेश क्षेत्र विकास परियोजनाओं - 1.शारदा सहायक, 2.रामगंगा, 3.गण्डक का सृजन वर्ष 1973-74 में किया गया था, जिसके अन्तर्गत प्रदेश के 28 जनपदों के 345 विकास खण्ड सम्मिलित किये गये थे। सम्प्रति केवल दो समादेश क्षेत्रों शारदा क्षेत्रों एवं रामगंगा कमाण्ड मे वर्तमान मे कार्य किया जा रहा है।
प्रदेश की मुख्य बृहद एवं मध्यम सिंचाई परियोजनाओं एवं नहर प्रणालियों से संबन्धित विवरण
Guidelines & Programs